दशहरे से देखइत-देखइत, बीत गेल फगुआ ,
बाबु हो अपना घरे कहियो अइले ना अगुआ
पढला ना लिखला खेलला ताली-पैना,
अब तुही बतावा कइसे तोरा मिली सुनैना ?
आइकल के अगुआ होशियार भ गइल बा ,
तभिये ता पपुआ के रेट बढ़ गइल बा,
भैसी ओकर छओ सेर दुधवा देवेला ,
खेतवा में कठमन केहुना उपजेला.
तू भी कुछ सिखा सुगनवा हमार,
दिल्ली में क ला नौकरी के जुगाड़,
फेर ता साले अगुआ के बदली विचार,
तोहरा दिलायेब हम सेकंड हैण्ड कार ,
लड़की के नाम पर समझौता ना करव,
हेरोइन जइसन देख के तबही रिश्ता जोड़ब.
बाबु हो अपना घरे कहियो अइले ना अगुआ
पढला ना लिखला खेलला ताली-पैना,
अब तुही बतावा कइसे तोरा मिली सुनैना ?
आइकल के अगुआ होशियार भ गइल बा ,
तभिये ता पपुआ के रेट बढ़ गइल बा,
भैसी ओकर छओ सेर दुधवा देवेला ,
खेतवा में कठमन केहुना उपजेला.
तू भी कुछ सिखा सुगनवा हमार,
दिल्ली में क ला नौकरी के जुगाड़,
फेर ता साले अगुआ के बदली विचार,
तोहरा दिलायेब हम सेकंड हैण्ड कार ,
लड़की के नाम पर समझौता ना करव,
हेरोइन जइसन देख के तबही रिश्ता जोड़ब.
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