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बड़ी ख्वाइश थी
बड़ी ख्वाइश थी,
कि तेरा नाम मेरे नाम के साथ आये,
डोली सजे कुछ ऐसी,
कि चढ़ने को तेरी सहेलियां भी ललचाए,
पर तुने तो प्रिये,
अपना चक्कर मैनेजर से चला डाला,
थका-हारा मैं भी,
खुद को यूजरनेम और तुझे पासवर्ड बना डाला|
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